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कोयला परिवहन घोटाले में आरोपितों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने चार राज्यों में 24 ठिकानों पर छापेमारी की। रायपुर जेल में बंद आइएएस समीर विश्नोई, आइएएस रानू साहू और पीसीएस अधिकारी सौम्या चौरसिया के रिश्तेदारों के घरों पर भी छापे मारे गए। दस्तावेज़, वाहन संबंधित कागजात और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं।

रायपुर। कोयला परिवहन घोटाले के आरोपितों के यहां आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच कर रही आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) की टीम ने शुक्रवार को चार राज्यों के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई दोनों घोटालों के आरोप में रायपुर केंद्रीय जेल में बंद आइएएस समीर विश्नोई, आइएएस रानू साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रही पीसीएस अधिकारी सौम्या चौरसिया के रिश्तेदारों और उनसे जुड़े हुए लोगों यहां की गई।

करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप

पूर्ववर्ती भूपेश सरकार के कार्यकाल में कोयला परिवहन और डीएमएफ में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप हैं। राजस्थान और रायगढ़ में दो-दो स्थानों पर, बैंगलुरु, जमशेदपुर (झारखंड), कोरबा, गरियाबंद में एक-एक स्थान पर, महासमुंद में तीन स्थान पर, दुर्ग में आठ और रायपुर में पांच स्थानों पर छापे की कार्रवाई कर तलाशी ली गई।

कार्रवाई में अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं। जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है। वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज एवं अनेक इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे लेपटाप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए ही। इनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है। दस्तावेजों एवं इलेक्ट्रानिक उपकरणों की जांच की जा रही है।

राजस्थान में समीर के रिश्तेदार की ससुराल में छापा

निलंबित आइएएस समीर विश्नोई के आय से अधिक संपत्ति का कुछ हिस्सा ससुराल से जुड़ा है। जिसके बाद समीर विश्नोई के राजस्थान अनुपगढ़ और हनुमान गढ़ स्थित ससुराल में छापेमारी की गई है। जब समीर बिश्नोई के ससुराल टीम पहुंची तो दसों एकड़ में फैली संपत्ति मिली।

राजस्थान में समीर विश्नोई की कई एकड़ जमीन और रूई, बर्फ की फैक्ट्रियों में पैसा लगा हुआ है। जांच टीम समीर के ससुराल में कार्रवाई कर रही है। साथ ही राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के बैंगलोर स्थित घर और झारखंड स्थित ठिकानों पर की गई।

कोरबा में ठेकेदार के मकान दबिश

कोरबा के टीपी नगर स्थित आशीर्वाद पाइंट के पास ठेकेदार मनसुख पटेल के घर भी टीम पहुंची। भूपेश सरकार के कार्यकाल के दौरान इनकी ठेका कंपनी को राखड़ व कोयला परिवहन समेत कई बड़े काम मिले थे।

मनसुख के छोटे बेटे से सौम्या की छोटी बहन का विवाह हुआ है। तब सौम्या का सरकार में दबदबा था, इसका लाभ परिवार को मिला। राज्य में हुए घोटाले में परिवार की भूमिका जांच के दायरे में है। इसके पहले ईडी की टीम दो बार मनसुख भाई पटले के घर में दबिश देकर जांच कर चुकी है।

ट्रांसपोर्टर के घर में लटका मिला ताला

रायगढ़ में बंदे अली फातमी नगर स्थित ट्रांसपोर्टर नवनीत तिवारी के घर भी दबिश देने पहुंची, लेकिन वहां ताला लटका मिला। इस पर टीम ने घर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया है। साथ ही घर को सील कर दिया गया है। पड़ोसियों से भी पूछताछ की गई, लेकिन ट्रांसपोर्टर के परिवार के बारे में जानकारी नहीं मिली।

रानू साहू के मायके में तीन माह में दूसरी बार छापा

गरियाबंद में निलंबित आइएएस रानू साहू के मायके में भी तीन माह में दूसरी बार टीम ने छापा मारा है। दो गाड़ियों में 10 से 12 सदस्यों की टीम उनके पांडुका स्थित मायके पहुंची। घर के अंदर दस्तावेजों और चार साल में खरीदी गई चल-अचल संपत्ति जांच के दायरे में है।

होटल कारोबारी के ठिकाने पर छापा

नेहरू नगर निवासी होटल व्यवसायी व जमीन कारोबारी अनिल पाठक के घर और उसके होटल न्यू हैप्पी आवर्स इन में एक साथ दबिश दी। दिन भर चली जांच में ईओडब्ल्यू ने यहां काफी दस्तावेज जब्त किए हैं। अनिल पाठक जेल में बंद सौम्या चौरसिया का करीबी है। इसके साथ ही उसके कई नेताओं और अधिकारियों से भी संबंध हैं। खुद को जमीन कारोबारी बताने वाले अनिल पाठक के पास काफी संपत्ति है। वहां उसने दुकानें और बिल्डिंग बनाकर उसे किराए पर दे रखी है।

अवैध कोल लेवी में फरार आरोपित मनीष भिलाई से गिरफ्तार

अवैध कोल लेवी में फरार चल रहे भिलाई निवासी मुख्य आरोपित मनीष उपाध्याय को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 23 अगस्त तक के लिए पुलिस रिमांड में सौंप दिया है। पूछताछ पर नए तथ्य सामने आ सकते हैं।

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