अत्याधिक लेनदेन के कारण बैंक ने खाते को ब्लॉक कर दिया है। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि खाते का इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टा के रुपये के लेनदेन के लिए किया गया है।
भिलाई। न्यू खुर्सीपार गणेश चौक निवासी एक युवक ने अपने खाते के गलत इस्तेमाल कर एक ही दिन में उससे एक करोड़ 10 लाख रुपये के संदिग्ध लेनदेन की शिकायत पुलिस से की है। युवक ने ये आरोप लगाया है कि आरोपितों ने उसके खाते को किराये पर लेकर उसका गलत इस्तेमाल किया है।अत्याधिक लेनदेन के कारण बैंक ने खाते को ब्लॉक कर दिया है। प्रारंभिक जांच में यह जानकारी मिली है कि खाते का इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टा के रुपये के लेनदेन के लिए किया गया है। घटना की शिकायत पर खुर्सीपार पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी कर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस ने एक आरोपित को हिरासत में ले लिया है और दूसरे की तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि न्यू खुर्सीपार गणेश चौक निवासी शिकायतकर्ता रजत शर्मा की शिकायत पर केपीएस के पास शांति नगर निवासी आयुष थडानी और बालाजी नगर खुर्सीपार निवासी आरोपित सतबीर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी की है। पुलिस ने एक आरोपित सतबीर सिंह को हिरासत में ले लिया है और दूसरे आरोपित आयुष थदानी की तलाश जारी है।
शिकायतकर्ता आरएस इवेंट्स नाम की कंपनी चलाता है और कंपनी के नाम पर उसने आईसीआईसीआई बैंक में एक कॉरपोरेट खाता है। उसे 50 हजार रुपये की जरूरत थी तो उसने 18 जुलाई को अपने दोस्त आरोपित आयुष थदानी से मदद मांगी थी। इस पर आयुष थदानी ने उसे आरोपित सतबीर सिंह से मिलवाया और बोला कि ये रुपये दे सकता है।
इस पर सतबीर सिंह ने पीड़ित से कहा कि वो उसके खाते में कुछ रुपये मंगवाएगा और उसके बदले में वो उसे 50 हजार रुपये देगा। आरोपित ने ये भी बोला कि वो उसे दो दिन में उसका खाता वापस लौटा देगा। इसके बाद आरोपित ने उसके खाते के नेट बैंकिंग का सिम उससे ले लिया।
दूसरे दिन 19 जुलाई को आरोपित आयुष थदानी पीड़ित से उसका चेकबुक और एटीएम भी ले गया और उसके दोस्त संदीप के खाते में दो बार में 50 हजार रुपये भेज दिए। जिसे संदीप ने खाते से निकालकर पीड़ित को दे दिया। 19 जुलाई की शाम को ही करीब पांच बजे पीड़ित को बैंक से फोन आया कि उसके खाते में करीब एक करोड़ रुपये का संदिग्ध लेनदेन हुआ है।
जिस कारण से उसके खाते को ब्लॉक कर दिया गया है। इसके बाद पीड़ित ने आरोपितों से अपना सिम वापस लिया। उसने बैंक में जाकर खाता के ब्लाक किए जाने के संबंध में बात की तो उसे बताया गया है कि उसे अपने खाते में हुए लेनदेन के संबंध में जानकारी देनी होगी। तब उसका खाता वापस चालू किया जाएगा।
मलेशिया और श्रीलंका रिटर्न है सतबीर, उसकी बहन की भी भूमिका संदिग्ध
इस मामले का मुख्य आरोपित सतबीर सिंह ऑनलाइन सट्टा के कारोबार के मलेशिया और श्रीलंका तक जाकर आ चुका है। वो ऑनलाइन सट्टा के कारोबार के लिए बड़े पैमाने पर खातों की सप्लाई करता था। इस काम में हाउसिंग बोर्ड और सुपेला के भी युवक उसके साथ शामिल हैं।
वहीं आरोपित सतबीर सिंह ने अपनी बहन लीना सिंह के यूपीआई से पीड़ित रजत शर्मा को रुपये ट्रांसफर किए थे। इसलिए उसकी बहन लीना सिंह की भी भूमिका संदिग्ध है। हालांकि पुलिस ने अभी तक लीना सिंह को आरोपित नहीं बनाया है।