छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक बड़ी सफलता हासिल की है। थाना कोहकामेटा के तहत डीआरजी, जिला पुलिस बल और बीएसएफ 135वीं वाहिनी की संयुक्त टीम ने कच्चापाल, इरभट्टी और तोके क्षेत्र में नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया।
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के नक्सल प्रभावित कोहकामेटा क्षेत्र में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। नारायणपुर के कच्चापाल, इरभट्टी और तोके क्षेत्र में एरिया डॉमिनेशन ड्यूटी के दौरान गश्त पर निकली सुरक्षा बल पर घात लगाए नक्सलियों ने हमला कर दिया। सुरक्षा बल ने हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए नक्सलियों को मौके से भागने पर विवश कर दिया।जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए गए दो आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए गए। इनमें 1 पाइप बम और 1 कुकर बम शामिल था, जिनका कुल वजन करीब 10 किलोग्राम था। बीडीएस टीम और सुरक्षा बलों ने इन्हें सुरक्षित तरीके से मौके पर ही नष्ट कर दिया।
गश्त पर निकली थी सुरक्षा बल की संयुक्त टीम
दरअसल, शुक्रवार 2 अगस्त 2024 को डीआरजी, जिला पुलिस बल और बीएसएफ 135वीं वाहिनी की संयुक्त टीम विशेष अभियान के दौरान गश्त पर निकले थे। सुरक्षा बलों के आने की भनक लगते ही नक्सलियों ने कच्चापाल पहाड़ के मोड़ के पास अचानक हमला बोल दिया।
नक्सलियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नक्सली सुरक्षा बलों को जान से मारने और हथियार लूटने के इरादे से फायरिंग कर रहे थे। हालांकि, सुरक्षा बलों ने बहादुरी से जवाबी कार्रवाई की, जिससे नक्सली जंगल और पहाड़ का आड़ लेकर भागने पर मजबूर हो गए।
मुठभेड़ के बाद दो विस्फोटक बरामद
मुठभेड़ के बाद, सुरक्षा बलों ने इलाके की गहन तलाशी ली और नक्सलियों द्वारा लगाए गए दो खतरनाक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किए। इनमें एक पाइप बम और एक कुकर बम शामिल था, जिनका कुल वजन लगभग 10 किलोग्राम था। बीडीएस टीम ने दो विस्फोटकों को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इस सफलता के बाद, थाना कोहकामेटा में नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।